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वीर्य वृद्धि

वीर्य पुरुषत्व का प्रमुख सारतत्व माना गया है। संतान उत्पत्ति के लिए शुक्राणु आवश्यक तत्व है। कुसंगति, गलत विचार तथा गलत आहार विहार, अत्यधिक मैथुन के कारण वीर्य की कमी हो जाती है। इस रोग में सबसे पहले शुक्राणु पतला होता है उसके बाद धीरे-धीरे स्खलन की मात्रा में कमी आ जाती है। यदि सही समय पर उपयुक्त उपचार न किए जाए तो संभव है नपुंसकता हो जाए।
शुक्राणु बढाने के उपाय :
- मनुक्का : शुक्राणु की कमी होने पर आवश्यकतानुसार मनुक्का धोकर पानी में भीगो दे। कुछ समय ऊसे पानी में ही रहने दें जब मनुक्का फूल जाए तो उसे दूध में उबालकर पीने से वीर्य वर्धन होता है।
- पिस्ता : पिस्ते में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में होता है जो कि वीर्य वृद्धि के लिए उपयुक्त होता। पिस्ते का रोजाना सेवन करने से वीर्य वृद्धि होती है।
- तरबूज : तरबूज वीर्य गाढ़ा करने के लिए उपयुक्त होता है। तरबूज का रोजाना सेवन करने से वीर्य वृद्धि होती है।
- आंवला: आंवले के तीन चार चम्मच ताजा रस में दो चम्मच शहद मिलाकर पीने तथा इसके बाद गर्म दूध पीने से वीर्य वृद्धि होती है और संभोग शक्ति भी बढ़ती है।
- नाशपाती : वीर्य गाढ़ा करने में नाशपाती बहुत लाभदायक होती है। रोजाना नाशपाती का सेवन करने से वीर्य बढ़ता है।
- नारियल : नियमित सूखी नारियल के सेवन से वीर्य गाढ़ा होता है। और वीर्य की मात्रा भी बढ़ती है।
- आम : आम के रस को दूध में मिलाकर पीने से वीर्य गाढ़ा होता है।
- केला : कैलाश शुक्रवर्धक फल है इसके नियमित सेवन से वीर्य पुष्ट होता है तथा वीर्य की मात्रा बढ़ती है।
- छुहारा : पतली धातु के रोगियों के लिए छुहारा बेहद उपयुक्त होता है। छुहारे का नियमित सेवन करने से वीर्य गाढ़ा और उसकी मात्रा बढ़ती है।
- जामुन : जिन व्यक्तियों का वीर्य पतला हो तथा वीर्य कम हो उनके लिए जामुन का फल लाभदायक होता है। वीर्य वृद्धि के लिए 5 ग्राम जामुन की गुठली का चूर्ण हर शाम गर्म दूध के साथ सेवन करें। इससे वीर्य वृद्धि होती है और वीर्य गाढ़ा होता है।