नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? हमारे भारत देश में हर ३-४ महीनों में मौसम बदलता रहता है। कभी ठंड, गर्मी तो कभी बारिश! इस मौसम के बदलाव का हमारे जीवन तथा शरीर पर भी परिणाम होता है। हमारी त्वचा बहुत नाज़ुक होती है। मानव शरीर की त्वचा तीन परतों से बनी हुई होती है। साधारण तौर पर त्वचा के ऊपरी सतह जल्दी ही मौसम के बदलाव के साथ प्रभावित होते है। हमारी बाकी स्किन तो कपड़ों से ढकी हुई होती है, परन्तु हाथ और पैरों के तलवों की त्वचा हमेशा ही मौसम को एक्सपोज होती है।
इसी वजह से वह जल्दी रूखी सूखी हो जाती है। इससे आपकी हाथ और पैरों की त्वचा खुरदरी और बहुत ज्यादा ड्राई हो जाती है। इस समस्या से कोई दर्द नहीं होता। आमतौर पर यह समस्या अपने से ही ठीक हो जाती है। मौसम के अलावा हाथ और पैर फटने के कई और भी कारण हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं हाथ पैर फटने के घरेलू इलाज।
हाथ पैर फटने के कारण
आमतौर पर मौसम में बदलाव, कई तरह की स्किन एलर्जी, विटामिन्स की कमी, इंफेक्शन आदि कारणों से हमारे हाथ पैरों की त्वचा फट सकती है। हमारी स्किन की ऊपरी परत काफी नाज़ुक और सेंसेटिव होती है। इस पर किसी भी चीज का जल्द ही प्रभाव पड़ता है। इसीलिए हमें हाथ पैरों की त्वचा को रूखी होने से बचाना चाहिए।
उम्र के साथ हमारी त्वचा में काफी बदलाव होते हैं और त्वचा की परत पतली होती जाती है। कई लोगो की त्वचा जन्म से ही शुष्क होती है और किसी की त्वचा नैसर्गिक तरीके से पर्याप्त मात्रा में ऑयल नहीं बना पाती। ऐसे लोग इस समस्या का जल्द शिकार होते हैं। ज्यादा केमिकल भरे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से भी हाथ और पैरों की त्वचा फटती है। ज्यादा देर तक बर्तन घिसना या कपड़े धोने से भी हाथ पैरों की त्वचा फट सकती है, क्योंकि बर्तन और कपड़ों के साबुन में केमिकल होते हैं।
हाथ पैर फटने के लक्षण
कोई भी बीमारी होने से पहले हमारे शरीर में अनचाहे बदलाव होते हैं और उसके कुछ लक्षण भी दिखाई देते हैं। बस हमें उन पर ध्यान देकर वक्त पर उस बीमारी का इलाज करना चाहिए। हाथ और पैरों की त्वचा फटने के भी कुछ लक्षण होते हैं।
- अतिरिक्त रूखी त्वचा- अतिरिक्त मात्रा में रूखी त्वचा हो तो उसे जेरोसिस कहते हैं। इसमें आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में नेचुरल ऑयल नहीं बन पाने की वजह से हमारी स्किन रूखी हो जाती हैं और हाथ पैर फटने लगते हैं। स्किन का नेचुरल ऑयल हमारी त्वचा को पोषण और नमी प्रदान करता है। अगर वहीं उचित मात्रा में त्वचा को न मिले तो त्वचा रूखी सूखी हो जाती है। इस लक्षण को हमें पहचानना चाहिए।
- सोराइसिस- हमारे शरीर की इम्यून सिस्टम ठीक से काम नहीं करती और इस वजह से स्किन सेल्स ज्यादा मात्रा में बढ़ने लगती हैं। इसी कारण सोराइसिस होता है और हमारे हाथ पैरों की त्वचा फटने लगती है। जरूरी नहीं कि सोराइसिस सिर्फ हाथ और पैरों पर ही हो। यह रोग पूरे शरीर पर कहीं भी हो सकता है। जिसमें त्वचा लाल हो जाती है और कभी कभी खुजली भी होती है। यह लक्षण अनचाहे होते हैं और तुरंत पहचाने जाने चाहिए।
- एक्जिमा- एक्जिमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें त्वचा पर खुजली होती है और त्वचा पर रेड पैचेस आते हैं। यह समस्या हाथ, चेहरे पर ज्यादा तौर पर होती है। कभी कभी किसी को घुटनों के हिस्सों पर भी इसका लक्षण दिखता है।
हाथ पैर फटने के घरेलू इलाज
हाथ पैर फटने लगे तो आप कुछ घरेलू उपाय कर सकते हैं। कुछ ऐसी चीजें जो हमारे घरों में आसानी से उपलब्ध होती हैं, उनसे हम इलाज कर सकते हैं। अगर समस्या ज्यादा हो और ठीक ना हो रही हो तो डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
- एलोवेरा- एलोवेरा में मॉइश्चराइजर के गुण होते हैं। एलोवेरा जेल को प्रभावित जगह पर लगा ले। कुछ देर बाद ठंडे पानी से धो डालें। इससे आपकी हाथ और पैरों की त्वचा मुलायम होने में मदद मिलेगी। एलोवेरा जेल में विटामिन ई की कैप्सूल मिला लें और उसे अपने पैरों पर लगाएं। थोड़ी देर में गुनगुने पानी से धो लें। इससे आपके पैरों के तलवों में हो रही जलन तथा खुजली कम होगी और वहां की त्वचा मुलायम होगी।
- ऑलिव ऑइल- जैतून का तेल या ऑलिव ऑइल में विविध विटामिन्स का ख़ज़ाना होता है। इसमें विटामिन ई बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है। विटामिन ई हमारी त्वचा के लिए बहुत ही अच्छा होता है। ऑलिव ऑयल में मौजूद फैटी एसिड ड्राई स्किन को मॉइश्चराइज करता है। ऑलिव ऑइल को प्रभावित त्वचा पर लगाकर मालिश करें। दिन में १-२ बार इसका इस्तेमाल करें।
- दूध- दूध में कई विटामिन्स और प्रोटीन मौजूद होते हैं। दूध नेचुरल मॉइश्चराइजर के जैसे काम करता है। दूध को हाथों पैरों की फटी त्वचा पर लगाने से रैशेज, खुजली कम होती है और स्किन नरम मुलायम होती है।
- केला- पका हुआ केला हाथ पैरों की ड्राई स्किन पर १५-२० मिनट तक लगाकर रखें। उसके बाद पानी से धो डालें। केला स्किन को मॉइश्चराइज करता है। फटी स्किन को नमी प्रदान करता है।
- डॉक्टर की सलाह- कभी कभी हमारे हाथों और पैरों के तलवों की त्वचा बहुत ज्यादा खराब हो जाती है। वह इन सब घरेलू नुस्खों से ठीक नहीं हो पाती है। ऐसे में आप अपने डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। आप डर्मेटोलॉजिस्ट के पास जा कर के अपनी यह समस्या बताएं। डॉक्टर आपको कुछ दवाइयां और लोशन लिख कर देंगे। डॉक्टर आपको कुछ सावधानियां बरतने को बोलेंगे। आप अपने डॉक्टर की सलाह को ठीक से फॉलो करें और इस समस्या से छुटकारा पाएं।
दोस्तों, हमारे शरीर का हर एक अंग बहुत ही अनमोल होता है। आप अपने शरीर का ख्याल रखने की कोशिश करें और स्वस्थ रहें। और हमें जरूर बताईये हाथ पैर फटने के घरेलू इलाज आपको कैसे लगे। धन्यवाद।