डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय

डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय

नमस्ते दोस्तों, आज हम आपको डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय बताने वाले हैं | बहुत सारी महिलाओं को रक्तस्त्राव योनी से डिलीवरी के बाद अक्सर होता ही है, इस आर्टिकल में हम आपको प्रसव के बाद ब्लीडिंग कब तक होती है, डिलीवरी के बाद खून बहाना सामान्य है कि नहीं, बच्चे के जन्म के बाद अधिक रक्तस्त्राव क्यों होता है के बारे में जानकारी देने वाले हैं |

डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय
डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय

बहुत सारी महिलाएं डिलीवरी के बाद रक्तस्राव होने पर डर जाती है, रक्त स्त्राव होने पर आपने डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह क्रिया पूरी तरह से प्राकृतिक होती है | बहुत सारी महिलाएं रक्त स्त्राव होने पर विभिन्न प्रकार की दवाइयां खाती है, आपने रक्त स्त्राव होने पर दवाइयों का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए क्योंकि बहुत सारी दवाइयों का साइड इफेक्ट आपके शरीर पर हो सकता है, जिसके कारण आपके बच्चे पर भी इसका गलत परिणाम हो सकता है |

डिलीवरी के बाद अगर आपके योनी से बहुत ज्यादा मात्रा में खून बाहर निकलता है तो इसे लोकिया कहा जाता हें, लोकिया प्रसव के बाद शुरू होता है, कई बार यह रक्तस्त्राव १० से १५ दिनों तक कंटीन्यूअस शुरु रहता है, सामान्य रूप से देखा गया तो प्रेग्नेंसी के बाद ४ से ६ हफ्तों तक हल्का रक्तस्त्राव और स्पॉटिंग होती रहती है | अधिक रक्तस्त्राव होने पर आपने डॉक्टर से जरूर बात कर लेना चाहिए, लेकिन रक्तस्त्राव होने पर चिंता ना करते रहना चाहिए | अगर आप चिंता करोगे तो इसका गलत असर आप पर पड़ेगा, आज हम आपको डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय बताने वाले है |

डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय -:

डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव होना सामान्य है -: 

डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव होना सामान्य है
डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव होना सामान्य है
  • मां के पेट में बच्चा ९ महीनों तक रहता है | बच्चा जब मां के पेट में रहता है तब मां को बच्चे की आदत हो चुकी होती है बच्चा जब बाहर आता है तब मां के योनि से बच्चे के साथ-साथ खून भी बाहर आता है | इसलिए प्रसूति के बाद थोड़ी मात्रा में ब्लीडिंग होना सामान्य होता है, जो भी महिला बच्चे को जन्म देती है उसके योनि से थोड़ी मात्रा में रक्त स्त्राव होता ही है |
  • अगर आप सोचोगे कि आपके योनि से रक्त स्त्राव नहीं होना चाहिए तो यह बिल्कुल असंभव है | क्योंकि रक्तस्त्राव होना यह बात पूरी तरह से प्राकृतिक है, मां जब प्रेग्नेंट रहती है तब मां के शरीर में खून की मात्रा बहुत ज्यादा होती है| हम सबको तो पता ही है महिलाओं को हर महीने पीरियड आते हैं, प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं को बहुत ज्यादा मात्रा में पीरियड्स आते क्योंकि गर्भावस्था में महिलाओं के शरीर में खून की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है | जिसके कारण महिलाओं के योनि से रक्त स्त्राव ज्यादा होने लगता है, बच्चे को जन्म देने के बाद महिला के गर्भाशय में रिकवरी होने लगती है जिसके कारन भी रक्तस्राव ज्यादा होने लगता है |
  • बच्चा जब मां के पेट में होता है तब मां के पेट में प्लेसेंटा होती है | लेकिन जब बच्चा मां के पेट से बाहर निकल जाता है तब यह प्लेसेंटा गर्भाशय से अलग होने लगती है | प्लेसेंटा जब गर्भाशय से अलग होती है तब गर्भाशय ऑटोमेटिक संकुचित होने लगता है जिसके कारण भी रक्तस्त्राव ज्यादा होने लगता है, प्लेसेंटा गर्भाशय से अलग होने के कारण रक्त वाहिकाएं ब्लॉक हो सकती हैं | इसलिए मां के गर्भाशय कि जब तक रिकवरी पूरी नहीं होती है तब तक रक्तस्त्राव ज्यादा होना संभव होता है, रक्तस्त्राव ज्यादा होने पर आपने खुद की ज्यादा से ज्यादा निगाह रखनी चाहिए |
  • अगर आपके योनी से बहुत ज्यादा मात्रा में खून बाहर निकलता है तो आपने गर्भाशय की मालिश करनी चाहिए, गर्भाशय की मालिश करने से रक्तस्त्राव कम हो सकता है | कई बार गर्भाशय का दर्द कम करने के लिए चिकित्सक सिंथेटिक ऑक्सीटोसिन महिलाओं को दे सकते हैं जिसके कारण शरीर से ऑक्सीटोसिन आसानी से बाहर निकल सकता हें |

डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग होने के कारण -:

डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग होने के कारण
डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग होने के कारण
  • हमने ऊपर देखा है कि डिलीवरी के बाद रक्त स्त्राव होना नॉर्मल है, लेकिन अब हम जानेंगे डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग होने के कारण | कई बार महिलाएं सोचती है कि हमारी डिलीवरी नार्मल हुई है तो फिर रक्तस्त्राव क्यों हो रहा है | दोस्तों हम आपको बताना चाहते हैं कि डिलीवरी चाहे नॉर्मल हो या सिजेरियन हो, मां को डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के परेशानी का सामना करना ही पड़ता है |
  • क्योंकि यह बात पूरी तरह से प्राकृतिक होती है, मां के गर्भाशय से जब प्लेसेंटा अलग होती है तब गर्भाशय संकुचित हो जाता है | जिसके कारण गर्भाशय के दीवारों में से खून निकलने लगता है, कई बार गर्भाशय में चोट के कारण भी खून आने लगता है | अगर आपको लगता है कि गर्भाशय में चोट के कारण रक्त स्त्राव हो रहा है तो आप अपने चिकित्सक से इस बारे में बात करना जरूरी है | जैसे जैसे डिलीवरी का वक़्त ज्यादा ज्यादा होते जाएगा वैसे वैसे रक्तस्त्राव होना कम होने लगेगा, शुरू में रक्तस्राव बहुत ज्यादा होता है|
  • शुरुआती में खून का रंग गहरा लाल होता है, लेकिन जैसे-जैसे रक्त स्त्राव कम होने लगता है वैसे-वैसे खून का रंग भूरा होने लगता है | ज्यादा स्तनपान कराने से भी रक्तस्त्राव होता है, लेकिन इसका मतलब ऐसा नहीं है कि आपने बच्चे को स्तनपान नहीं करवाना चाहिए | यह बात प्राकृतिक होने के कारण अपने बच्चे को स्तनपान करवाना ही चाहिए, रक्त स्त्राव होते समय अगर आपके पीरियड्स भी शुरू है तो रक्तस्त्राव ज्यादा होने लगेगा | कई बार पीरियड्स शुरू होते हैं तब दर्द भी होने लगता है |

डिलीवरी के बाद होने वाले रक्तस्त्राव को नियंत्रित करने के उपाय -:

डिलीवरी के बाद होने वाले रक्तस्त्राव को नियंत्रित करने के उपाय
डिलीवरी के बाद होने वाले रक्तस्त्राव को नियंत्रित करने के उपाय
  • अब आपको समझ में आया होगा कि डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव होना सामान्य है | दोस्तों डिलीवरी के बाद रक्त स्त्राव होना सामान्य है, लेकिन रक्तस्त्राव को कंट्रोल में रखना आपका काम है | अगर आप रक्तस्त्राव को कंट्रोल में नहीं रखोगी तो आपके शरीर से बहुत ज्यादा खून बह जाएगा |
  • शरीर से अगर बहुत ज्यादा खून बाहर निकलता है तो आपके शरीर में हीमोग्लोबिन का प्रमाण बिल्कुल कम हो जाता है, इसलिए रक्तस्त्राव को कंट्रोल में रखना बहुत ही जरूरी होता है | रक्तस्राव को कंट्रोल में रखने के लिए आपने सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करना चाहिए, रक्तस्त्राव को कंट्रोल करने के लिए सेनेटरी पैड्स बहुत ज्यादा उपयोगी होता है | सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करने से आपको बार-बार पैड्स चेंज करने की जरूरत नहीं होती है |
  • रक्तस्त्राव होते समय आपने टैंपोन का उपयोग करना चाहिए, टैंपोन का उपयोग करने से रक्त स्त्राव होते समय आपको दर्द भी नहीं होगा और आपका गर्भाशय रिकवर भी होने लगेगा | रक्तस्राव होते समय अगर आपका गर्भाशय रिकवर नहीं होगा तो आपको संक्रमण होने की संभावना होती है | इसलिए जल्द से जल्द ठीक होने का प्रयास करें, इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपने थोड़े थोड़े देर बाद टॉयलेट जाना भी जरूरी होता है |
  • क्योंकि डिलीवरी के बाद महिलाओं का मुत्राशय सामान्य से कम संवेदनशील होता है, अगर आपके मूत्राशय में बहुत ज्यादा पेशाब इकट्ठा हुई है तो भी आपको महसूस नहीं होगा कि आपको पेशाब लगी है, इसलिए थोड़ी थोड़ी देर बाद पेशाब जाना जरूरी है| अगर आप थोड़ी थोड़ी देर बाद पेशाब नहीं जाओगे तो आपके योनि से रक्त स्त्राव ज्यादा बढ़ जाएगा, कई बार इस वक्त गर्भाशय संकुचित भी हो जाता है, इसलिए थोड़ी थोड़ी देर बाद टॉयलेट जाना जरूरी है |
  • रक्तस्त्राव होते समय आपने ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए | आप जितना ज्यादा आराम करोगे उतना आपका शरीर हमेशा स्वस्थ रहेगा, आराम करने से आपका शरीर पूरी तरह से रिकवर होने लगता है | इसलिए लंबे समय तक आराम करें जिससे रक्तस्त्राव से आप छुटकारा पा सकते हो |

यह थे डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव के कारण और उपाय | दोस्तों अगर आपको हमें कोई सवाल पूछना है तो आप हमें नीचे दिए गए हुए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हो |

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