बांझपन दूर करने के घरेलू उपाय (प्रजनन क्षमता में कमी)

आज हम बांझपन के बारे मे जानकारी और घरेलु आयुर्वेदिक इलाज उपाय बताने वाले है | जिसके कारण आप के जीवन में बांझपन की समस्या दूर हो जाएगी |

बांझपन (infertility ) का इलाज

भारत में अनेक महिलाए इसकी शिकार है| इनमे से कुछ महिलाए तो ऐसी है की जिनमे सभी प्रजनन अंग तो बिलकुल ठीक है |
फिर भी न जाने क्यों उन्हें संतान नहीं मिल पाती| दोस्तों जिस लड़के लड़की की शादी होकर बहुत साल हो जाते है फिर भी पति पत्नी के प्रयास के बाद भी बच्चा नहीं जन्मता |

इसके लिए गाव में लड़की को कुछ भी कहते है और इसका दोश लड़के के घरवाले लड़की के ऊपर ही देते है की वो बच्चा पैदा नहीं कर सकती लड़की में ही कमी है | मगर बात कुछ अलग भी है दोस्तों बच्चा होने के लिए महिला का जैसे हिस्सा है उससे ज्यादा हिस्सा पुरुष का भी होता है |

पुरुष का बाँझपन के कारन भी ऐसा होता है की महिला को गर्भ नहीं ठहर पाता | जिन महिलाओं की डिंब वाहिनी नलिकाए किसी संक्रमण के कारण या फिर जन्म से ही बंद होती है, उनके बांझपन का ठीक होना मुश्किल है| वे संतान के लिए परखनली पद्धति का सहारा ले सकते है|

बांझपन क्या होता है ?

बांझपन
बांझपन
  • नियमित रूप से असुरक्षित यौन संबंध के बाद भी जब महिला प्रेग्नेंट नहीं बनती है या महिला के शरीर में प्रजनन क्षमता कमजोर हो जाती है तब यह बांझपन के रूप में परिभाषित होता है | आमतौर पर देखा जाए तो बांझपन के दो प्रकार है वह है प्राथमिक और माध्यमिक बांझपन |
  • प्राथमिक बांझपन में जो कपल्स कभी भी एक दूसरे के साथ संभोग नहीं कर पाते हैं और माध्यमिक बांझपन में महिला पहले गर्भावस्था का अनुभव ले सकती है लेकिन कुछ दिनों के बाद प्रेगनेंसी में प्रॉब्लम्स आ जाती है | जिसके कारण कोई भी महिला या पुरुष बांझपन से छुटकारा पाने के तरीके इस्तेमाल करता है |
  • आमतौर पर देखा जाए तो यौन संचारित संक्रमण बांझपन का सबसे प्रमुख कारण है, जब हमारे शरीर में पेल्विक में सूजन आ जाती है तब बांझपन की समस्या का सामना करना पड़ता है | शरीर में जब प्रजनन क्षमता कमजोर होती है तब विशेष रूप से महिला और पुरुष एक दूसरे के साथ सेक्स करना पसंद नहीं करते हैं जिसमें बांझपन की समस्या बढ़ती ही जाती है |
  • स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बांझपन हर देश में और हर राज्य में बढ़ता ही जा रहा है, इसलिए बांझपन की जानकारी जानकर हर किसी ने इस समस्या से दूर रहने की कोशिश करना चाहिए |

महिलाओं में बांझपन क्यों आता है ?

बांझपन क्यों आता है
बांझपन क्यों आता है
  • जिन महिलाओं में मासिक धर्म चक्र हमेशा परिवर्तित होते रहता है अक्सर उन महिलाओं को बांझपन से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है |
  • हर किसी के शरीर में कुछ ना कुछ समस्या जरूर होती है, उसी तरह से बहुत सारी महिलाओं में और पुरुषों में प्रजनन क्षमता कमजोर होने के कारण  बाँझपन और ज्यादा गहरा बनने लगता है |
  • प्राथमिक रूप से देखा जाए तो जो कपल्स एक दूसरे से सेक्स क्रिया नहीं कर पाते हैं अक्सर उन कपल्स में बांझपन बहुत तीव्र होता है और जो कपल्स सेक्स करने के बाद भी गर्भधारण करने में विफल होते हैं उन्हें भी बांझपन की ही समस्या होती है |
  • महिला प्रेग्नेंट होने के लिए महिला का शरीर प्रजनन क्रिया करने के लिए मजबूत होना चाहिए, लेकिन महिला का शरीर अगर प्रजनन क्रिया के लिए सख्त नहीं है तो प्रेग्नेंट होना मुश्किल होता जाता है |

बांझपन का घरेलू इलाज :

बांझपन का घरेलू इलाज
बांझपन का घरेलू इलाज

दोस्तों बांझपन का देसी इलाज चिकित्सा में इसके कुछ इलाज बताए गए है-

  • डॉक्टर के जांच के बाद जो महिलाए नार्मल पायी जाती है, उन्हें यौन – संबंध में संकोच तथा किसी प्रकार का भय नहीं आने देना चाहिए|
  • रुतुकाल में गरिष्ठ भोजन तथा अनिद्रा से बचे , जननांगो की पर्याप्त साफ़-सफाई रखकर फंगस या जिवानुओ को न पनपने दे|
  • अगर आप प्रदर की शिकार है तो पहले इसका इलाज करे|
    इसके रहते गर्भ धारण संभव नहीं है|
  • सर्दी के मौसम में स्त्रिया लहसुन की पांच कालिया सुबह-शाम चबाकर दुग्ध पान करे तो बांझपन दूर होता है|
  • यदि मासिक-धर्म नियमित और ठीक होता है और फिर भी संतान न हो, तो रुई के फाहे में पीसी हुई फिटकरी लपेटकर उसे देसी घी या ग्लिसरीन से टार करके चिकना कर ले| रात को सोते समय इसे योनी में रखे| जब सुबह रुई निकलेगी तो उस पर चारो और दूध जसी खुरचन जमी होगी| जबतक यह चावल के माँड जैसी खुचरण आती रहे, रुई रखना जारी रखे| जब खुरचन सी न आये तो समझो की बांझपन रोग समाप्त हो गया है| इसके प्रयोग से थोड़ी जलन तथा दर्द अवश्य होगा , परंतु कोई हानि नहीं होगी| इसके बाद संतान पा सकते है|

बांझपन से बचने के लिए क्या ख्याल रखें ?

बांझपन से बचने के लिए
बांझपन से बचने के लिए
  • बांझपन से बचने के लिए महिलाओं ने सबसे पहले अपने शरीर को संतुलित बनाना जरूरी है | जिन महिलाओं का शरीर संतुलित नहीं होता है अक्सर उन महिलाओं के शरीर में हार्मोन असंतुलन काफी ज्यादा में बढ़ जाता है जिसके कारण बांझपन की समस्या बढ़ती ही जाती है |
  • पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम महिला बांझपन का सबसे मुख्य और सामान्य कारण है | अत्यधिक शारीरिक और भावनात्मक तनाव लेने से बांझपन आता है, इसलिए बच्चे को पैदा करते समय इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें और खुद को सख्त रखे |
  • अगर आपकी उम्र ४० साल से ज्यादा है और आप बच्चा पैदा करने के बारे में सोच रही है, तो इस उम्र में बच्चा पैदा करना थोड़ा मुश्किल होता है | क्योंकि इस उम्र में महिला की ओवरी में प्राकृतिक रेडिएशन नहीं आते हैं, जिससे महिला प्रेग्नेंट होना काफी मुश्किल हो जाता है |
  • बांझपन की समस्या से दूर रहने के लिए महिलाओं ने पोषक तत्व से भरा हुआ आहार लेना चाहिए, रोजाना व्यायाम करना चाहिए, हमेशा तनाव से दूर रहना चाहिए और खुद की आदतों को बदलना चाहिए |

बांझपन का आयुर्वेदिक दवा से इलाज कैसे करे ?

बांझपन का आयुर्वेदिक दवा से इलाज
बांझपन का आयुर्वेदिक दवा से इलाज
  • बहुत सारी महिलाओं को हमेशा तनाव में रहने की आदत होती है, जो महिलाएं हमेशा तनाव में रहती है अक्सर उन महिलाओं को बांझपन की समस्या का सामना ज्यादा करना पड़ता है |
  • हमेशा भावनात्मक रूप से तनाव में रहने से महिलाओं के शरीर में हार्मोन धीरे धीरे बदलने लगते हैं जिसके कारण महिलाओं के शरीर में गर्भधारण में कठिनाई आती है |
  • देखा जाए तो बांझपन का आयुर्वेदिक इलाज बहुत सारे हैं, लेकिन महिलाओं को हम बताना चाहते हैं कि आयुर्वेदिक इलाज करने से पहले आपने बांझपन के घरेलू तरीके इस्तेमाल करके देखना चाहिए |
  • अगर आपके शरीर में फर्टिलिटी नहीं हो रही है तो इस दौरान आपके पार्टनर के शरीर में भी कुछ ना कुछ समस्या हो सकती है | पुरुषों के वीर्य में अगर पर्याप्त शुक्राणु नहीं है तो भी बांझपन की समस्या आ सकती है |

बच्चा नहीं हो रहा है तो क्या करें ?

बच्चा नहीं हो रहा है
बच्चा नहीं हो रहा है
  • जब किसी कपल को बच्चा नहीं होता है तब इस क्रिया में महिला और पुरुष दोनों शामिल होते हैं | बच्चा ना होने पर कई बार महिला के शरीर में समस्या होती है, कई बार पुरुषों के शरीर में समस्या होती है |
  • महिला के शरीर में प्रजनन क्रिया अगर ठीक तरह से काम नहीं करती है तो बच्चा पैदा करने में काफी समय लग सकता है |
  • कई बार पुरुषों के वीर्य में अगर शुक्राणुओं की संख्या काफी कम है तो भी बच्चा पैदा होना मुश्किल होता है | बच्चा पैदा करने के लिए महिला और पुरुष दोनों सख्त होना जरूरी है |
  • लंबे समय से कोशिश करने के बावजूद भी अगर बच्चा पैदा नहीं होता है तो आपने ग्रीवा टेस्ट करवा लेनि

चाहिए, कई बार ग्रीवा या सरविक्स के संकुचित हो जाने पर महिला प्रेग्नेंट नहीं हो पाती है |

  • बच्चा पैदा करने के लिए प्रजनन क्षमता को मजबूत करें और शुक्राणुओं की गतिशीलता लाए जिससे बच्चा पैदा होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा |

पुरुषों में बांझपन क्या होता है ?

पुरुषों में बांझपन
पुरुषों में बांझपन
  • पुरुषों में बांझपन होने का सबसे मुख्य कारण है पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम होना | पुरुषों के शरीर में और वीर्य में अगर शुक्राणुओं की संख्या काफी कम होती है तो महिला प्रेग्नेंट होना संभव नहीं होता है |
  • शुक्राणु की कमी होने के साथ-साथ शुक्राणुओं की आकृति के कारण में बांझपन हो सकता है | पुरुषों में बांझपन अगर होता है तो पुरुषों ने जल्द से जल्द डॉक्टर से इस बारे में बात करना चाहिए |
  • पुरुषों में अगर बांझपन आता है तो पुरुषों ने अपने भोजन में विटामिन सी, विटामिन डी, हरी सब्जी,आम, बादाम, खजूर, अंजुर, दालचीनी, लहसुन, इन चीजों को खाना चाहिए | यह सारी चीजें शरीर में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं |

पुरुष बांझपन का इलाज कैसे करें ?

पुरुष बांझपन का इलाज
पुरुष बांझपन का इलाज
  • पुरुष बांझपन का इलाज करते समय पुरुषों को हम बताना चाहते हैं कि आपने कभी भी तनाव में नहीं रहना चाहिए | जो पुरुष हमेशा भावनात्मक तनाव में रहते हैं उन पुरुषों को अक्सर इस समस्या का सामना ज्यादा करना पड़ता है |
  • जो पुरुष उम्र में काफी ज्यादा है और अपनी आदतों को तब्दील नहीं करना चाहते हैं, उन पुरुषों में बांझपन लंबे समय तक रहता है | इसलिए पुरुषों ने अपने जिंदगी से गलत आदतों को निकाल देना चाहिए |
  • बांझपन पर इलाज करते समय पुरुषों ने अपने आहार पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना चाहिए | जिन पुरुषों के शरीर में सारे पोषक तत्व नहीं होते हैं, उन पुरुषों को महिला को प्रेग्नेंट नहीं करते आता है |
  • इस समस्या से छुटकारा पाते समय पुरुषों ने रोजाना व्यायाम करना चाहिए, योगा करना चाहिए, जिससे पुरुषों का शरीर हमेशा संतुलित रहेगा और सेक्स क्रिया भी संतुलित रहेगी |

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